आत्मदाह का प्रयास करने वाले बस्सी के बाबू रामसूख मेघवाल ने तोड़ा दम,जानिए क्यों थे परेशान
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अजमेर की वीडियो को सब्सक्राइब करेअजमेर : नागौर जिले के ग्राम पीलवा थाना क्षेत्र में गुरुवार को स्कूल के एक बाबू ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था जिसकी अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने स्कूल की प्रिंसिपल को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शव नहीं उठाने की चेतावनी दी है। जानकारी अनुसार ग्राम बस्सी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बाबू पद पर कार्यरत रामसुख बाबू का प्रमोशन डबल एओ पद पर पीलवा में होने के बाद गुरुवार सुबह प्रिंसिपल की ओर से रिलीव नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया।
आज बाबू रामस्वरूप की मौत के बाद उसके परिजन और ग्रामीण जन अस्पताल के चीरघर पहुंच गए जहां पर सभी ने प्रिंसिपल को गिरफ्तार करने की मांग की, मांग पूरी नहीं होने तक शव को नहीं उठाने की चेतावनी भी दी। बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन अस्पताल के बाहर इकट्ठा होकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को स्कूल परिसर में स्वयं पर पैट्रोल डालकर आग लगा ली थी। बाबू को 90 प्रतिशत झुलसी अवस्था में अजमेर के जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल उपचार के लिए लाया गया था।
पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि वह स्कूल की प्रधानाध्यापिका सीमा चंदेल और अन्य दो व्यक्तियों की धमकियों से आहत है। उसे स्कूल में प्रधानाध्यापिका की ओर से परेशान किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल की प्रिंसिपल मैडम स्कूल के पूरे स्टाफ को परेशान करती है। पूर्व सरपंच नसीर मोहम्मद ने बताया कि गांव का ही रहने वाला एक अन्य युवक जो माली समाज का है वह स्वयं को राज्य के मुख्यमंत्री का नजदीकी बताते हुए आए दिन स्कूल स्टाफ और अध्यापकों को धमकी देता रहता है। स्कूल प्रधानाध्यापिका ने बाबू रामस्वरूप को भी झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर उन पर दबाव बनाए रखने का प्रयास करती रहती है। पूर्व सरपंच ने इस मामले में निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की है।
आज बाबू रामस्वरूप की मौत के बाद उसके परिजन और ग्रामीण जन अस्पताल के चीरघर पहुंच गए जहां पर सभी ने प्रिंसिपल को गिरफ्तार करने की मांग की, मांग पूरी नहीं होने तक शव को नहीं उठाने की चेतावनी भी दी। बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन अस्पताल के बाहर इकट्ठा होकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को स्कूल परिसर में स्वयं पर पैट्रोल डालकर आग लगा ली थी। बाबू को 90 प्रतिशत झुलसी अवस्था में अजमेर के जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल उपचार के लिए लाया गया था।
पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि वह स्कूल की प्रधानाध्यापिका सीमा चंदेल और अन्य दो व्यक्तियों की धमकियों से आहत है। उसे स्कूल में प्रधानाध्यापिका की ओर से परेशान किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल की प्रिंसिपल मैडम स्कूल के पूरे स्टाफ को परेशान करती है। पूर्व सरपंच नसीर मोहम्मद ने बताया कि गांव का ही रहने वाला एक अन्य युवक जो माली समाज का है वह स्वयं को राज्य के मुख्यमंत्री का नजदीकी बताते हुए आए दिन स्कूल स्टाफ और अध्यापकों को धमकी देता रहता है। स्कूल प्रधानाध्यापिका ने बाबू रामस्वरूप को भी झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर उन पर दबाव बनाए रखने का प्रयास करती रहती है। पूर्व सरपंच ने इस मामले में निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की है।